मौजूदा लोकपाल बिल हमारे नेतृत्व की कमजोरी एंव दिशाहीनता का परिचायक है ! जनलोकपाल से जन की भावनाओ को दरकिनार करने का कारण केवल मुटठी भर लोगो को बचाने का प्रयास है ताकि उनको नेता अपनी ऊगलियों पर नचा सके. ! आज जनता का राजनीति से नही बल्कि भ्रष्ट्तन्त्र के कारण नेताओ पर से विश्वास उठ गया है ! लोकसभा में चर्चा के दौरान सांसद सुमित्रा महाजन ने सही कहा कि आज नेता शब्द गाली बन कर रह गया है ! .दुर्भाग्य से आज राजनीति सेवा का नही कमाई का जरिया बन गया
"जनलोकपाल से जन की भावनाओ को दरकिनार करने का कारण केवल मुटठी भर लोगो को बचाने का प्रयास है"
ReplyDeleteयही सत्य है